आदरणीय इंद्रेश कुमार जी ने आज नेपाली संस्कृति परिषद संस्था द्वारा आयोजित द्वितीय भानु सम्मान पुरस्कार समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया । यह कार्यक्रम राय केदारनाथ ऑडिटोरियम, पहाड़गंज, नई दिल्ली में आयोजित किया गया ।
कार्यक्रम में भाजपा नेता श्री श्याम जाजू जी, श्री दुष्यन्त गौतम जी, अशोक चौरसिया जी, आनंद साहू जी, राजू विष्ट जी, प्रियांक कानूनगो जी, मोहन प्रियाचार्य जी, लक्ष्मी नारायण भाला जी, प्रकाश मानी प्रधान जी, श्री गेरी डोलमा जी , बेचिंग भूटिया जी, कृष्ण पांडेय जी, संगीता लिम्बु जी सहित कई अन्य पदाधिकारी एवं सामान्य जन उपस्तिथ रहे ।
कार्यक्रम में आदरणीय इन्द्रेश जी के बौद्धिक के प्रमुख अंश :-
1. कट्टर नही सच्चे बनो …
2. भारत जल्दी ही एक विश्व शक्ति बनने जा रहा है …
3. कांग्रेस और जिन्नाह ने मिलकर 1947 में भारत देश के टुकड़े किए ..
4. पर्यावरण की रक्षा करना वर्तमान की एक अहम आवश्यकता है ..
5. जल है तो जीवन है ..
6. पेड़ है तो फल है ..
7. आओ संकल्प करें कि इस मॉनसून में खुद पेड़ लगाएंगे और दूसरों को भी पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करेंगे..
8. प्रकृति के दुश्मन नही बल्कि मित्र बनकर जियो ..
9. स्वयं जियो और अन्यों को सुखपूर्वक जीने दो ..
10. चीन को भारत की जनता और सरकार ने मिलकर बिना हत्यार उठाये Doklam से भगा दिया ..
11. आओ सब मिलकर संकल्प करें, कि चीनी माल तलाक़ तलाक़ तलाक़, हिंदुस्तानी माल प्यार प्यार प्यार ..
12. चीन एक ऐसा देश है जिसका दुनिया मे कोई दुश्मन नही और भारत एक ऐसा देश है जिसके दोस्त ही दोस्त है ..
धरती का श्रृंगार वृक्ष हैं।
प्राणवायु दे रहे सभी को,
ऐसे परम उदार वृक्ष हैं।
ईश्वर के अनुदान वृक्ष हैं,फल-फूलों की खान वृक्ष हैं।
मूल्यवान औषधियां देते,
ऐसे दिव्य महान वृक्ष हैं।
देते शीतल छांव वृक्ष हैं,
रोकें थकते पांव वृक्ष हैं।
लाखों जीव बसेरा करते,
जैसे सुंदर गांव वृक्ष हैं।
जनजीवन के साथ वृक्ष हैं,
खुशियों की बारात वृक्ष हैं।
योगदान से इस धरती पर,
ले आते वरदान वृक्ष हैं।
जीव-जगत की भूख मिटाते,
ये सुंदर फलदार वृक्ष हैं।
जीवन का आधार वृक्ष हैं,
धरती का श्रृंगार वृक्ष हैं।