Mob lynching-मॉब लिंचिंग पर आदरणीय इंद्रेश कुमार जी के विचार:-
– सब प्रकार की हिंसा अपराध है और निंदनीय है ।
– पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस राजनीतिक Mob lynching कर रही है। Massacre के रूप में विपक्षी दल भाजपा के कार्यकर्ताओं की Mob lynching हो रही है।
– कश्मीर में मजहबी Mob lynching हो रही है । खुदा और अल्लाह के नाम पर कत्लेआम हो रहा है । लाखों लाख कश्मीरी पंडित, डोगरा, सिख आदि निर्वासित जीवन जीने के लिए मजबूर हैं।
– सन 1984 में कांग्रेस द्वारा राजीव के नेतृत्व में हज़ारों सिखों की हत्याएं Mob lynching के रूप में की गई । वह अभी भी न्याय के लिए भटक रहे हैं ।
– केरल में कांग्रेस और कम्युनिस्ट मिलकर भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं की सियासी हत्याएं mob lynching के रूप में कर रहे हैं ।
– ट्रिपल तलाक भी एक तरह का mob lynching है । हर साल हजारों हजारों औरतें और उनके लाखों बच्चे ट्रिपल तलाक की वजह से जीवन भर दर-दर भटकने पर मजबूर होते हैं।
-Mob lynching की सिलेक्टिव भर्त्सना नहीं होनी चाहिए, किसी एक हत्या का गाय के नाम मॉब लिंचिंग का नाम देकर देश/प्रदेश का दुष्प्रचार किया जाता है जबकि दूसरी घटनाओं को अपराध नहीं माना जाता है, यह गलत है और पाप है ।
– जो लोग भारत तेरे टुकड़े होंगे हजार, इंशाल्लाह -इंशाल्लाह के नारे लगाते हैं वह भी एक तरह की नेशनल मॉब लिंचिंग कर रहे हैं और जो विपक्षी दल ऐसे तत्वों का समर्थन कर रहे हैं वह भी इस नेशनल mob lynching में बराबरी के भागीदार हैं।
– किसी एक मॉब लिंचिंग पर टिप्पणी करना और दूसरी mob lynching और massacre को इग्नोर करना, यह निंदनीय है। हर प्रकार की हिंसा बर्दाश्त नहीं होनी चाहिए और समाज के हर वर्ग को हर एक प्रकार की mob lynching और massacre के खिलाफ अपनी आवाज उठानी चाहिए।
– खुदा राम है और राम खुदा है । मक्का शरीफ, वेटिकन , स्वर्ण मंदिर, बोधगया, आदि सभी धर्मों के पवित्र स्थानों को सम्मान और न्याय मिला हुआ है परंतु अयोध्या में राम जन्म स्थान पर मंदिर निर्माण को अन्याय और अपमान क्यों मिल रहा है?
क्या यह अन्याय और अपमान करोड़ों करोड़ भारतीयों की धार्मिक भावनाओं का lynching और massacre नही है ???